Movie/Album: अर्थ (1983)
Music By: कुलदीप सिंह
Lyrics By: इफ्तिकार इमाम सिद्दीकी
Performed By: चित्रा सिंह
तू नहीं तो ज़िन्दगी में और क्या रह जायेगा
दूर तक तन्हाईयों का सिलसिला रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
दर्द की सारी तहें, और सारे गुज़रे हादसे
सब धुआँ हो जायेंगे, इक वाक़िया रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
यूँ भी होगा वो मुझे, दिल से भुला देगा मगर
ये भी होगा खुद उसी में, इक ख़ला रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
दायरे इन्कार के, इक़रार की सरगोशियाँ
ये अगर टूटे कभी तो, फ़ासला रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
Music By: कुलदीप सिंह
Lyrics By: इफ्तिकार इमाम सिद्दीकी
Performed By: चित्रा सिंह
तू नहीं तो ज़िन्दगी में और क्या रह जायेगा
दूर तक तन्हाईयों का सिलसिला रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
दर्द की सारी तहें, और सारे गुज़रे हादसे
सब धुआँ हो जायेंगे, इक वाक़िया रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
यूँ भी होगा वो मुझे, दिल से भुला देगा मगर
ये भी होगा खुद उसी में, इक ख़ला रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
दायरे इन्कार के, इक़रार की सरगोशियाँ
ये अगर टूटे कभी तो, फ़ासला रह जायेगा
तू नहीं तो ज़िन्दगी में...
har lafz mein jaan daal di hai chitra ji ne. dil ke behad kareeb gaana.
ReplyDeleteSuperb
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