Movie/Album: जो जीता वही सिकंदर (1992)
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: उदित नारायण, विजयता
जवाँ हो यारों ये तुमको हुआ क्या
अजी हमको देखो ज़रा
ये माना अभी हैं खाली हाथ
न होंगे सदा यही दिन रात
कभी तो बनेगी अपनी बात
अरे यारों, मेरे प्यारों, मेरी मानों, हो दिलदारों
जवां हो यारों...
मेहनत से मिले जो उसपे गुज़ार
दूजे के माल को ठोकर से मार
आएगी इधर भी एक दिन बहार
होगा ये ज़माना हमपे निसार
ये माना अभी हैं खाली...
इसको छूना नहीं हे राम राम
ये तो है पाप की गठरी तमाम
कब ये रुत बदल जाए किसको खबर
लग जाए हमें भी सोने के पर
फिर ऐसे उड़ेंगे हम सब यार
गुलों से लदेगी मोटर कार
हसीना होगी गले का हार
अरे यारों मेरे प्यारों...
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: उदित नारायण, विजयता
जवाँ हो यारों ये तुमको हुआ क्या
अजी हमको देखो ज़रा
ये माना अभी हैं खाली हाथ
न होंगे सदा यही दिन रात
कभी तो बनेगी अपनी बात
अरे यारों, मेरे प्यारों, मेरी मानों, हो दिलदारों
जवां हो यारों...
मेहनत से मिले जो उसपे गुज़ार
दूजे के माल को ठोकर से मार
आएगी इधर भी एक दिन बहार
होगा ये ज़माना हमपे निसार
ये माना अभी हैं खाली...
इसको छूना नहीं हे राम राम
ये तो है पाप की गठरी तमाम
कब ये रुत बदल जाए किसको खबर
लग जाए हमें भी सोने के पर
फिर ऐसे उड़ेंगे हम सब यार
गुलों से लदेगी मोटर कार
हसीना होगी गले का हार
अरे यारों मेरे प्यारों...
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