गोरी गोरी गाँव की गोरी - Gori Gori Gaaon Ki Gori (Kishore, Lata, Ye Gulistaan Hamara)

Movie/Album: ये गुलिस्तां हमारा (1973)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर

गोरी गोरी गाँव की गोरी रे
किस लिये बुन रही डोरी रे
ओ पिया, डोरी से बाँध ले गोरी रे
भागे जो करिके तू चोरी रे
ऐ जिया
गोरी गोरी गाँव की गोरी रे

कच्चे हैं तेरे ये रेशम के धागे
टूट जाये जो कोई तोड़के भागे
जब से सै.य्या, तोसे नेहा लागे
पीछे पीछे मैं हूँ, तू आगे आगे
खिंचे चले आओगे, जाओगे जहाँ
जाके देखो तो बरजोरी रे
ओ पिया
गोरी गोरी गाँव की गोरी रे

मैं तो उड़ जाऊँगा इक पंछी जैसे
मुझे तू बन्दी बना लेगी कैसे
तुझे मैं बन्दी बना लूँगी कैसे
सैय्यन, बैंया में बैंया डाल के ऐसे
तोरे होंठों से लग जाऊँगी मैं
बनके बाँसुरिया तोरी रे
ओ पिया
गोरी गोरी गाँव की गोरी रे

मैं हूँ परदेसी
मैं हूँ परदेसी, सुनले फिर ना कहना
चला जाना है, यहाँ नहीं रहना
तेरा रस्ता देखेंगे मेरे नैना
यूँ ही दिन बीतेगा, बीतेगी रैना
चहे छुप जा तू घटाओं में चंदा
ढूँढ लेगी ये चकोरी रे
ओ पिया
गोरी गोरी गाँव की गोरी रे
किस लिये बुन रही डोरी रे
ओ पिया, डोरी से बाँध ले गोरी रे
भागे जो करिके तू चोरी रे
ऐ जिया

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