चाँद अकेला जाये - Chand Akela Jaaye (Yesudas, Alaap)

Movie/Album: आलाप (1977)
Music By: जयदेव
Lyrics By: राही मासूम रज़ा
Performed By: येसुदास

चाँद अकेला जाये सखी री
काहे अकेला जाये सखी री
मन मोरा घबराये री
सखी री, सखी री, ओ सखी री
चाँद अकेला जाए...

वो बैरागी वो मनभावन
कब आयेगा मोरे आँगन
इतना तो बतलाये री
सखी री, सखी री, ओ सखी री
चाँद अकेला जाए...

अंग अंग में होली दहके
मन में बेला चमेली महके
ये ऋतु क्या कहलाये री
भाभी री, भाभी री, ओ भाभी री
चाँद अकेला जाये...

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